Hello दोस्तों, क्या आप ऋषिकेश यात्रा करने के लिए काफी उत्सुक है। तो आपको बता दे “ऋषिकेश” शब्द का निर्माण ऋषिक और येस से हुआ है। उत्तराखंड के जिला देहाराहूँ में स्थित ऋषिकेश, यहाँ के लोगों की संख्या लगभग 1 से ज्यादा है। यहाँ से अधिक मात्र में हिन्दू धर्म के लोग पाए जाते है।
और अभूत कम मात्र में मुस्लिम, सिक्ख, और ईसाई धर्म के लोग पाए जाते है। ऋषिकेश एक येसा धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल जो चारो ओर से वादियों से घिरा हुआ है, और ये 409 मीटर ऊँचा बसा हुआ एक प्राचीन शहर है।
इसी रस्ते से होकर भक्त जन केदंनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री, और गंगोत्री रास्ता तय करते है। धर्किम गरंथो के अनुशं येसा कहाँ जाता है, भगवन राम जी रावन का वद्ध करके इसी स्थान पर प्रस्थान किये थे। इस जगह पर आज रघुनाथ मंदिर का निर्माण हुआ है।
येसा भी कहा जाता है, की भगवन शिव ने इसी स्थान पर विष ग्रहण किया था, इसी करना ऋषिकेश से कुछ ही दुरी पर नील कंठ महादेव मंदिर का निर्माण हुआ है। यह मंदिर मनिकूर पर्वत पर स्थित है। इस स्थान से संसार का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है।
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यहाँ कई धार्मिक स्थल और शांति का केंद्र बना हुआ है, तो चलिए इस लेख में हम आपको Rishikesh me ghumne ki jagah के बारे एक विस्तार वर्णन करंगे। इस आर्टिकल की मदद से आप जानेंगे की, ऋषिकेश के कहाँ-खान घुमा जा सकता है।
Contents
- 1 Rishikesh me ghumne ki jagah । ऋषीकेश में घुमने की जगह
- 1.1 #1. नीलकंठ महादेव मंदिर – Neelkanth Mahadev Temple
- 1.2 #2. नीर गढ़ झरना – Neer Garh Waterfall
- 1.3 #3. ऋषिकुंड – Rishikund
- 1.4 #4. राजाजी नेशनल पार्क – Rajaji National Park
- 1.5 #5. बंगी जंपिंग ऋषिकेश – Bungee Jumping Rishikesh
- 1.6 #6. स्वर्ग आश्रम – Swarg Ashram
- 1.7 #7. गीता भवन – Geeta Bhavan
- 1.8 #8. राम झूला – Ram Jhula
- 1.9 #9. वशिष्ट गुफा – Vashistha Cave
- 1.10 #10. बीटल्स आश्रम – Beatles Ashram
- 2 ऋषिकेश में ठहरने के लिए सबसे अच्छी जगह कौन सी है?
- 3 Rishikesh mein क्या क्या Hai Ghumne ke liye?
- 4 हरिद्वार या ऋषिकेश कौन सी जगह सबसे अच्छी है?
- 5 ऋषिकेश घूमने के लिए कितने दिन चाहिए?
- 6 ऋषिकेश में कौन सा आश्रम कम खर्च में रह सकता है?
- 7 दो दिन में हरिद्वार और ऋषिकेश की यात्रा कैसे करें?
- 8 ऋषिकेश से नीलकंठ का किराया कितना है?
- 9 Conclusion
Rishikesh me ghumne ki jagah । ऋषीकेश में घुमने की जगह
तो चलिए आपको बताते है, उस जगह के बारे जहाँ भगवन शिव विष पिया और केदंनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री, और गंगोत्री यहाँ से प्रारम्भ हुई है। निचे Rishikesh me ghumne ki jagah के बारे में लिस्ट देखे:-
#1. नीलकंठ महादेव मंदिर – Neelkanth Mahadev Temple
ऋषिकेश से 12 किलोमीटर दूर स्थित धार्मिक और एतिहशिक नीलकंठ महादेव मंदिर है। इस मंदिर में भगवन शिव और माता पार्वती को समर्पित है। यह मंदिर लगभग 5500 फीट की ऊँचाई पर स्थित है, यहाँ ही भगवान शिव ने समुन्द्र मंथन के समय विष पिया था।
इस समय नीलकंठ महादेव मंदिर में भक्तो की लाइन जग जाती है। और अलग-अलग शहरों से लोग यहाँ भगवन शिव और माता पार्वती के दर्शन के लिए आते है। ये उन Rishikesh me ghumne ki jagah में से एक है।
#2. नीर गढ़ झरना – Neer Garh Waterfall
ऋषिकेश के सबसे सुन्दर और खुबसूरत नीर गढ़ झरना जगंलो में से एक है, इस स्थान एक झील उपस्थित है, जो यहाँ आने वाले यात्रियों का मन अपने ओर आकर्षित करता है। नीर गढ़ झरना अपनी सुन्दर जल बहाव के लिए जाना जाता है।
#3. ऋषिकुंड – Rishikund
यह ऋषिकेश का एक येसा कुण्ड है, जहाँ ठंढी के समय भी इस कुण्ड का पानी गर्म पाया जाता है। इसे लोग एक अद्भुत कुण्ड भी कहाँ करते है। इस कुण्ड को ऋषियों ने अपने ताप से बाल बूते पर उत्पन किया था, कहा जाता है, की इस कुण्ड में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों से पानी आता है।
ऋषिकुंड के समीप ही रघुनाथ मनीर स्थित है, जो भगवान श्री राम और माता सीता को समर्पित है, यह एक धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों में से एक है, जो ऋषिकेश में उपस्थित है। ये उन Rishikesh me ghumne ki jagah में से एक है।
#4. राजाजी नेशनल पार्क – Rajaji National Park
ऋषिकेश में राजाजी नेशनल पार्क का निर्माण ऋषिकेश से 12 किलोमीटर के दुरी पर स्थित है। इस नेशनल पार्क में 315 प्रजातियाँ प्रस्थान करती है, इसका कुल क्षेत्रफल 830 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ था। उसके अलावा भी इसमें कई प्रकार के जिव-जंतु पाए जाते है।
लोग अपने मनोरंजन के लिए इस नेशनल पार्क का इस्तमाल क्रेट है, यहाँ बड़े -दूर-दूर लोग आते है। और अगल-अलग प्रजातियों के जानवर को देखते है।
#5. बंगी जंपिंग ऋषिकेश – Bungee Jumping Rishikesh
ऋषिकेश में इस जम्पिंग को करने के लिए आपकी आयु 12 वर्ष से उपर की होनी चाहिये, क्योकि इस जम्पिंग में आपको हवाओ में काफी ऊँचाई पर ले जाया जाता है, और वहा से पूरी सेफ्टी के साथ उपर से जम्पिंग के लिए छोड़ा जाता है।
इसकी सबसे खास बात यही है, की कम से कम आपका वजन 35 किलो होना आवश्यक है, तभी आप इस जम्पिंग का मजा ले पाएंगे। यह शो 9:00 सुबह से शुरू किया जाता है, इसमें आप भी भाग ले सकते है, ticket बुक करके। ये उन Rishikesh me ghumne ki jagah में से एक है।
#6. स्वर्ग आश्रम – Swarg Ashram
स्वर्ग आश्रम को ऋषिकेश का धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल भी माना जाता है। स्वर्ग आश्रम की दुरी ऋषिकेश में मात्र 5 किलोमीटर है, जो गंगा नदी के तट पर स्थित है। लेकिन यह अभी एक पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।
इस आश्रम को स्वामी विशुद्धानंद जी के द्वारा बनवाया गया था, जो आज काफी प्रसिद्ध आश्रम बन चुक्का है। इस स्थान पर्व समय में ऋषि ध्यान किया करते थे। इस समय इस आश्रम के पास कई प्रकार के चीजो के लिए शॉप भी उपस्थित है।
#7. गीता भवन – Geeta Bhavan
ऋषिकेश में इस भवन का 2007 में श्री जयदयाल गोयन्दकाजी ने करवाया था, यह आश्रम राम झूले को पार करते ही आता है। इस मन्दिर के दीवारो पर कई अलग-अलग कलाओ को दर्शाया गया है, इस भवन में आपको रामायण और महाभारत की सभी जानकारियां राखी गयी है।
इस भवन के अन्दर हमेशा भजन कृतं होती रहता है। यह यात्रियों के लिए काफी सही योजना है, इससे भक्त अपनी भक्ति में लगे रहते है। अगर आप भी भक्ति करना छाते है, इस स्थान को ना भूले। ये उन Rishikesh me ghumne ki jagah में से एक है।
#8. राम झूला – Ram Jhula
राम झूला ऋषिकेश का पुल है, जो गंगा नदी के ऊपर बना हुआ है। इसका मुख्य उद्देश्य आनंद आश्रम और स्वर्ग आश्रम को जोड़ना है। इसी पूल की मदद से इन दोना आश्रम का मिलाप हो पता है। इसकी दुरी ऋषिकेश से 3 किलोमीटर है।
राम झुला पूल की कुल लम्बाई 750 फीट है, इस पूल का निर्माण 1983 में हुआ था। यह पूल लक्षमण पूल से कुछ ही दुरी पर स्थित है।
#9. वशिष्ट गुफा – Vashistha Cave
ऋषिकेश में स्थित वशिष्ट गुफा की खोज ऋषि वशिष्ट जीने किया था, इसी कारण इस गुफा का नाम वशिष्ट गुफा पड़ा। यह गुफा एक धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल माना जाता है। यह ऋषिकेश से 16 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है।
इस गुफा की खोज करने के बाद, ऋषि वशिष्ट यहाँ साधना किया करते थे। इस गुफा की दिपके ठंढी के समय भी जलती रहती है। इसी गुफा के अन्दर मौसम हमेशा एक समान रहता है। इस गुफा की दर्शन हेतु काफी दूर-दूर से लीग आते है। ये उन Rishikesh me ghumne ki jagah में से एक है।
#10. बीटल्स आश्रम – Beatles Ashram
बीटल्स आश्रम का दूसरा नाम “चौरासी कूट” है, इस गुफा का निर्माण ऋषिकेश में राम झुला से 1 किलोमीटर दूर हुआ है। इसमें 1968 में ब्रिटिश बैंड रहकर ध्यांदिया था। और इसी जगह से कई भजन भी गाये है।
इस आश्रम के अन्दर पुस्तकालय, मंदिर, मेडिटेशन झोपड़ी, महर्षि योगी का घर और रसोई की सुविधा उपलब्ध है। इस आश्रम की सबसे अधिक दीवारे बिगड़ चुक्की है, लेकिन उनके दीवारों पर कई प्रकार के अलग-अलग काला को प्रस्तुत किया गुआ है।
ऋषिकेश में ठहरने के लिए सबसे अच्छी जगह कौन सी है?
ऋषिकेश में रुकने के लिए सबसे अच्छी जगह स्वर्ग आश्रम, गीता भवन, परमार्थ निकेतन और मधुबन है, यात्रा के दौरान आप इन जगहों पर ठहर सकते है। ऋषिकेश जाने से पहले, इन आश्रमों के बारे जरुर जन ले, ताकि आपको आगे कोई समस्या ना हो।
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Rishikesh mein क्या क्या Hai Ghumne ke liye?
Rishikesh me ghumne ki jagah में, नीलकंठ महादेव मंदिर, नीर गढ़ झरना, ऋषिकुंड, राजाजी नेशनल पार्क,बंगी जंपिंग ऋषिकेश, स्वर्ग आश्रम और इसके अलावा भी बहुत सारी जगहे है, जो आपको अपनी ओर आकर्षित करते है।
हरिद्वार या ऋषिकेश कौन सी जगह सबसे अच्छी है?
- ऋषिकेश घुमने की जगह:- नीलकंठ महादेव मंदिर, नीर गढ़ झरना, ऋषिकुंड, राजाजी नेशनल पार्क,बंगी जंपिंग ऋषिकेश, स्वर्ग आश्रम गीता, भवन, राम झूला, वशिष्ट गुफा, बीटल्स आश्रम है।
- हरिद्वार में घुमने की जगह: – गंगा आरती, 2. चंडी देवी मंदिर, राजाजी नेशनल पार्क, मनसा देवी मंदिर, भारत माता मंदिर है।
ऋषिकेश घूमने के लिए कितने दिन चाहिए?
ऋषिकेश घुमने के लिये आपके पास लगभग 3 दिन का समय होना अति आवशयक है। तभी आप ऋषिकेश के कुछ धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों को घूम पाएंगे।
ऋषिकेश में कौन सा आश्रम कम खर्च में रह सकता है?
हाँ / ऋषिकेश में सबसे कम खर्चे वालंटियर आश्रम का है, जो आपको कम रेट पर खाने8 की चीजो को देता है। ऋषिकेश घुमने के बाद, आप यहाँ रुक सकते है या किसी अन्य आश्रम का सहारा ले सकते है।
दो दिन में हरिद्वार और ऋषिकेश की यात्रा कैसे करें?
दो दिन आप हरिद्वार और ऋषिकेश के कुछ ही धार्मिक मंदिरों और ऐतिहासिक जगहों को घूम पाएंगे। और दोनी जगहों के सभी मंदिरों को घूमना है, तो आपके पास ज्यादा समय होना चाहिए।
ऋषिकेश से नीलकंठ का किराया कितना है?
ऋषिकेश से नीलकंठ का प्रति व्यक्ति किराया मात्र 250 रुपय है। नीलकंठ का मंदिर का निर्माण बहुत पहले हुआ था, क्योकि यही पर भगवन शिव जी ने बिष पिया था।
Conclusion
दोस्तों, जैसा की हमने आपसे शुरू में कहाँ था, की आज हम Rishikesh me ghumne ki jagah के बारे ने बात करेंगे। तो ये थे जयपुर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल। अगर आपको यह आर्टिकल Rishikesh me ghumne ki jagah अच्छा लगा है।
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