दिल्ली के अनेक दर्शनीय स्थलों में से एक माना जाता है, दिल्ली का जंतर-मंतर, जो पर्यटकों को हमेशा अपनी ओर आकर्षित करता है।

इसका निर्माण 1724 में महाराजा जयसिंह ने करवाया था। दिल्ली के साथ-साथ आपको उज्जैन, मथुरा, वाराणसी, और जयपुर में भी जंतर-मंतर का निर्माण करवाया। 

समय और अंतरिक्ष के लिए इसका निर्माण करवाया गया था। जयपुर के जंतर-मंतर को इनेस्को ने तो 2010 में देश की महत्वपूर्ण दरोहर घोषित किया था, 

क्योकि यहाँ कई प्रकार की वेद्शालाये उपस्थित कराई गयी है। 1710 से लेकर 1760 तक यहाँ कई प्रसिद्ध वेद्शालाओ का निर्माण करवाया गया था। 

मिश्र यन्त्र, जो की पांच यंत्रो से मिलकर बना हुआ है। इसका कार्य है, की वर्ष के सबसे बड़े और सबसे छोटे दिनों के बारे में जानकारी देना। 

दिल्ली के अनेक दर्शनीय स्थलों में से एक माना जाता है, दिल्ली का जंतर-मंतर, जो पर्यटकों को हमेशा अपनी ओर आकर्षित करता है।

यह सबसे विरत और प्रभावशाली यन्त्र है, जो सूर्य के किरणों की मदद से समय और ग्रहों के बारे में जानकारी देता है। 

तिन और सबसे अद्भुत जयप्रकाश यंत्र है, इसका नाम महाराजा जयसिंह के नाम पर पड़ा है। इसके बाद आता है,